
“माशाल्लाह निकाह मुबारक हो!! आज से आप दोनों मिया बीवी, आप लोगो का साथ दुनियावी ज़िंदगी ही नहीं बल्कि आखिरत में भी मुश्तमिल (शामिल) कर दिया गया है”
काज़ी साहब की आवाज सुनकर घुंघट ओढ़े हुए दुल्हन के चेहरे पर एक लंबी गहरी मुस्कराहट तैर गई।
उसने एकदम से अपना घूंघट उठा दिया और जोर से चिल्लाते हुए बोली “फाइनली फाइनली फाइनली, बेदिल जलाल साहब से मेरा पीछा छूट गया, उन खडूस प्रोफेसर से मेरा पीछा छूट गया!!” बोलते हुए वो लड़की जो दुल्हन के लिबास में बैठी थी वो उछलने लगी।
उसी के सामने बैठा था दूल्हा, जिसके चेहरे पर सेहरा सजा हुआ था, उस वक्त उसका चेहरा किसी को भी दिखाई नहीं दे रहा था।
वही दुल्हन अब अपने दूल्हे कि तरफ देखते हुए खुशी से बोली “congratulations to us!! मैं अब आपकी जोज़ाह (बीवी) बन गई, यानी कि अब मैं Mrs. Ayat हो गई!! आपकी Mrs. Ayat” बोलते वक्त उस लड़की यानी कि आयत के चेहरे की खुशी बहुत ज्यादा निखर कर आ रही थी।
आयत फिर अपनी जगह से उठकर दूल्हे कि साइड गई ओर अपने दूल्हे के सेहरे को देखते हुए बोली “मैंने आपको तो देखा ही नहीं, अब तो निकाह हो गया ना? अब तो आप मेरे शौहर हैं, तो मैं अब आपकी शक्ल देखना चहती हूं!”
बोलकर आयत ने अपने दूल्हे के चेहरे का सेहरा हटा दिया और तभी!! आयत के चेहरे का रंग उड़ गया। उसके चेहरे पर जो खुशी थी, वो एकदम से गायब हो गई।
दूल्हे के चेहरे को देखकर आयत ज़ोर से चीखते हुए बोली “ऐसा नहीं हो सकता…. मैं अपने प्रोफेसर से निकाह नहीं कर सकती!! कह दो कि ये एक झूठ है, एक ख्वाब है!! मैं Mr. Jalal से निकाह नहीं कर सकती!! या रब्बी, मुझे कोई बचाए इस निकाह से” बोलते हुए आयत और भी जोर से चिल्लाने लगी।
तभी आयत को महसूस हुआ कि किसी ने उसका हाथ पकड़ कर झटके से उसे ऊपर उठा दिया। आयत ने हड़बड़ाते हुए अपनी आंखें खोली तो उसकी नज़रें सामने एक शख्स पर गई, जो अपने हाथ बांधे खड़ा उसे ही बिना किसी भाव देख रहा था।

आयत भी चुपचाप सामने खड़े शख्स को देख रही थी। जो कुछ भी अभी उसने देखा था, अब आयत वो समझने कि कोशिश कर रही थी। धीरे धीरे कर उसने अपनी Crystal grey eyes चारों तरफ घुमाई।
उसने फिर खुद की तरफ देखा, वो इस वक्त बेड पर बैठी हुई थी। अब जाकर उसे थोड़ा थोड़ा होश आया कि इस वक्त वो अपने कमरे में ही है, लेकिन वो निकाह? वो दुल्हा? क्या वो सपना था?? यही सवाल आयत के दिमाग में घूम रहे थे।

तभी उसके कानों में किसी की सख्त आवाज आई “हो गया तुम्हारा ख्याली निकाह? या अभी भी कुछ खयाल बाकी है?”
आयत चौंकते हुए बोली “जलालुद्दीन, Mr. Jalal…. Professor…. I mean AJ !! आपको कैसे पता हमारा निकाह हो रहा था?”
सामने खड़ा AJ आयत की तरफ अपने कदम बढ़ाते हुए बोला “पहले तो तुम डिसाइड कर लो तुम्हें मुझे बोलना क्या है!”
आयत तुरंत बोली “जलाल साब!!” बोलकर उसने अपना सर झुका लिया, लेकीन मन ही मन वो खुदको कोस रही थी। उसे खुद समझ नहीं आया कि वो कहना क्या चाह रही है?
AJ अब तक आयत के बिल्कुल करीब आ चुका था। वो फिर आयत को बाजू से पकड़कर उठाते हुए बोला “20 मिनट, आखरी 20 मिनट का वक्त है तुम्हारे पास। मुझे तुम कॉलेज के लिए पूरी तरह से तैयार दिखनी चाहिए हो!! और हां….. मेरी ब्लैक कॉफी, मुझे मेरी ब्लैक कॉफी भी मेरे स्टडी रूम में वक्त पर चाहिये!!”
आयत ने अपना सर उठाकर AJ की तरफ देखा और फिर धीरे से बोली “आज तो संडे है ना??”
AJ ने अपनी आंखें बारीक की और फिर तंज (taunt) कसते हुए बोला “संडे कल था मैडम!! अभी आप अपना हुलिया सुधारें और तैयार होकर निचे आएं….. क्योंकि कॉलेज यहां तक आपके पास चलकर नही आयेगा”
बोलकर AJ ने एक नजर आयत पर डाली और फिर वहां से आगे बढ़ गया। वो तीन चार कदम ही चला था, कि तभी वो एकदम से रुक गया।
उसने पलट कर आयत को देखा और फिर बोला “19 Minutes left!! so get ready now and then I want my black coffee!!”
AJ की आवाज़ सुनते ही छोटी सी आयत तुरंत बेड से उठी और फिर वो AJ की तरफ आने लगी।
वो AJ के बगल से आगे की तरफ जा ही रही थी, तभी AJ ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोक लिया और फिर बोला “वॉशरूम इधर नहीं, उधर है” बोलकर उसने आयत के पीछे दरवाजे की तरफ इशारा किया जहां वॉशरूम था।

इस वक्त परफेक्ट Muscular body वाले AJ के सामने दुबली पतली सी आयत बोहोत ही छोटी लग रही थी। जहां आयत कि हाइट 5.3” थी वहीं AJ कि हाइट 6.2” थी।
AJ कि बात पर आयत भी तुरंत ही बोली “लेकिन मेरा वारडोब तो उधर है ना? और मुझे मेरे कपड़े लेने है। वो क्या है ना आपके जैसा वॉशरूम नहीं है मेरा जिसके अंदर ही वारडोब और सारा सामान एक साथ मिल जाएगा”
AJ ने जैसे ही अपनी Crystal Blue eyes से आयत को घूरा, तो आयत तुरंत ही अपना सर ना में हिलाते हुए बोली “नहीं कुछ भी नहीं, सब कुछ अच्छा है” बोलकर उसने अपना सर झूका लिया।
AJ गहरी सांस लेते हुए बोला “Its Wardrobe not Wardobe!!”
आयत अपना सर खुजाते हुए बोली “हां वही वही” बोलते हुए उसने आंखे घुमाई।
सच में उसने वॉर्डरोब को वारडोब ही कहा था जो कि उल्टा था।
AJ ने अब उसका हाथ छोड़ दिया और फिर दरवाजे कि तरफ़ बढ़ गया। उसकी चलने का वो स्टाइल महज़ जानलेवा था। एक हाथ पेंट कि पॉकेट में और दुसरा हाथ बाहर था, लेकीन चाल बिलकुल कातिलाना।
आयत ने अपना सर उठा कर AJ की तरफ देखा और फिर अपने छोटे से हाथों का मुक्का बनाकर वो AJ के पीठ की तरफ इशारा करने लगी और साथ ही साथ गंदा सा मुंह बनाने लगी, जैसे वो उसे कोसते हुए मार रही हो।

तभी AJ चलते हुए रुक गया और अपना सर तिरछा कर पीछे आयत को देखने लगा, जो वहीं चुपचाप मासूम बच्चे की तरह ऐसे खड़ी थी जैसे उसने एक भी बार अपने हाथ पैर न हिलाए हो।
आयत ने फिर अपना छोटा और प्यारा सा चेहरा उठाया और बेहद ही मासूम बनते हुए बोली “क्या हुआ? आपको कुछ चाहिए था?”
AJ सब समझ रहा था उसकी हरकतें, भले ही उसने आयत को पीछे मुड़कर ना देखा हो, लेकिन वो उसकी हर एक हरकतें जानता था।
AJ फिर बिना कुछ बोले वहां से निकल गया और उसके जाते ही आयत को अब जाकर राहत कि सांस आई। उसने अपनी स्मार्ट वॉच में देखा जिसमें 7 बजने में 17 मिनट थे यानी कि उसके पास अब सिर्फ 17 मिनट ही बचे थे।
उसने अपना मुंह सड़ा हुआ सा बनाया क्योंकि उसे लगा था आज संडे है, तो आज वो बहुत देर तक सोएगी, लेकिन उसके जलालुद्दीन जलाल साब कहां उसे सुबह सुबह इतने सुकून में रहने देते थे?
आयत!! आयत का सरनेम क्या था? ये तो खुद आयत को भी नहीं मालूम था!! खैर, ये वक्त आने पर सब पता चल जाएगा।

आयत कि उम्र तकरीबन 18 साल और बिल्कुल छोटा सा शरीर, लेकिन दिखने में बेहद ही खूबसूरत और मासूम। बेदाग गोरा चेहरा और सुर्ख गुलाब जैसे होठों के किनारे एक गहरा काला तिल…. जो उसकी खूबसूरती में और भी ज्यादा इज़ाफ़ा करती थी।
आयत के बाल लंबे घने और काले स्याह थे, हालांकि उसे पसंद नहीं थे लेकिन एक वजह थी और वो वजह थी एक शख्स!! जिसकी वजह से आयत को लंबे बाल रखने पड़ते थे।
वहीं दूसरी तरफ़,
एक खूबसूरत से कमरे में हल्की धूप की रोशनी आ रही थी। उस कमरे का पूरा थीम बिल्कुल बेबी पिंक और व्हाइट था जो बहुत ही खूबसूरत लग रहा था। बीच में एक खूबसूरत सा बेड जिसके चारों तरफ नेट लगी हुई थी और उसी के बीचो बीच एक लड़की बेहद सुकून में सो रही थी।
तभी उसकी सुकून भरी नींद में अलार्म ने अपनी दखल अंदाजी की। उस लड़की ने होले से अपनी आंखें खोली और फिर अलार्म बंद कर दिया।
उसके चेहरे पर बहुत ही खूबसूरत सी मुस्कुराहट थी। अब वो अंगड़ाई लेते हुए उठकर बिस्तर पर बैठ गई और टाइम देखने लगी। तभी उसे ख्याल आया कि आज तो वो लेट उठी है, शायद वो अलार्म तीसरी बार बज रहा था जिस वजह से वक्त ऊपर नीचे हो गया।
वो लड़की तुरंत अपने बेड से नीचे उतरी और अपनी स्लिपर्स पहनते हुए बोली “वक्त पर तैयार हो जाओ मदीहा जान!! वरना भाई जान नहीं, आयु के जलालुद्दीन जलाल साब आकर डांट लगाएंगे!!” बोलकर वो तुरंत ही अपने वॉशरूम में चली गई।

ये है मदीहा, मदीहा जलाल!! इस घर कि इकलौती बेटी और AJ कि बहन। ये भी लगभग से आयत कि ही उम्र कि थी और बिल्कुल उसी की तरह खूबसूरत और मासूम!! बस फर्क इतना था कि ये शांत थी और आयत ज्यादा चुलबुली।
वहीं दूसरी तरफ, स्टडी रूम में।
AJ अपने स्टडी रूम में आया और वो कुछ फाइलें देखने लगा। वो जाकर अपनी चेयर पर बैठा था कि तभी उसका फोन बजने लगा।
उसने कॉल उठाया तो दूसरी तरफ से उसका ख़ास आदमी (अफज़ल) बोला “सलाम AJ, वो हमें मालूम हुआ कि किसी ने उन्हें खबर दी है कि उनकी बेटी जिंदा है, अब वो लोग अपनी बेटी को ढूंढने आ रहे हैं”
जैसे ही AJ ने ये सुना, उसकी पकड़ अपने फोन पर कस गई। उसी वक्त उसके हाथों कि वो (Veins) नसें और भी ज़्यादा ऊपर कि ओर उभर आईं, उसके भाव अब लगभग से सर्द हो गए।
दूसरी तरफ से अफज़ल एक बार फिर बोला “हमें लगता है कि वो लोग हैदराबाद आने वाले हैं, शायद दो चार दिनों में!!”
AJ कुछ पल रुक कर बोला “अशर जलाल हूं मैं अफज़ल, उनसे दो कदम आगे ही चलूंगा! वो आ भी जाएंगे, तो भी अपनी बेटी पर हक नहीं जता पाएंगे…. क्योंकि उससे पहले ही उस पर मेरा हक होगा!”
अफज़ल कन्फ्यूज होते हुए बोला “लेकीन कैसे? वो रहेगी तो उनकी ही बेटी ना? आप कैसे??”
AJ के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कुराहट आ गई। उसने फिर अफज़ल को कुछ ऐसा कहा, जिसे सुनकर अफज़ल भी हैरान रह गया। उसे अब जाकर समझ आया था कि AJ किस हक की बात कर रहा था।
To be Continued 🎀
किस हक़ कि बात कर रहा था अशर? कोन आने वाले हैं हैदराबाद?कौन है आयत और क्यों हुक्म मानती है वो अशर का? आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए ।
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